रिश्तो में समझदारी

 आज के इस भाग दौड़ पड़े माहौल मे रिश्तो को किस तरीके से बचा सकते हैं l और अपने रिश्ते को इस तरीके से बेहतर ढंग से निभा सकते हैंl इस लेख में हम इन्हीं बातों पर चर्चा करेंगे और आप हो एक बेहतर समाधान देने की हमारी पूरी कोशिश रहेगी।

हमें अपने रिश्तो में खुलकर बातें करनी चाहिए दिल से साफ हमसे सब कुछ कह देना चाहिए जिससे कि कभी रिश्तो पर कोई भी चीज हावी ना हो।

रिश्तो में समय देना अत्यधिक महत्वपूर्ण है चाहे वह पति पत्नी का रिश्ता हो मां बाप का बच्चों से हो या दोस्तों का हो। सहेलियों का हो या अपने सगे संबंधियों का टाइम समय देना अनिवार्य होना चाहिए । चाहे वह 5 मिनट का दे या 10 मिनट का सबकी खैरियत पूछ ना अपने रिश्तो में मिठास लाना होता हैं।

आप जैसे पति-पत्नी में कुछ नोकझोंक चल रही है। तो हमें उनको आपस में बैठकर बातचीत कराएं जब बातचीत होगी तो उनके रिश्ते अपने आप ही सुधर जाएंगे उनकी गलतफहमी या दूर हो जाएंगी। जो जिसकी गलती होगी उसको सुधार लेंगे और अपने रिश्तो से आगे बढ़ेंगे।

रिश्तेदारी में विश्वास होना चाहिए जरा सा भी दाग पूरी की पूरी रिश्तेदारी को खराब कर देता है। हम शुरुआत में तो सोच के चलते हैं ऐसा होगा वैसा होगा यह करेंगे वह करेंगे लेकिन जैसे-जैसे हमारे रिलेशनशिप बदलने लगते हैं वैसे -वैसे हमारे चीजें बदल जाती।

और हमारी एक्सपेक्टेशन बहुत अलग हो जाती है। हम सोचते हैं ऐसा नहीं हो पाता है। रिलेशनशिप वही है जिसमें 2 लोग प्यार तो करते हैं। पर इज्जत भी करते हैं। अगर इज्जत सिर्फ इंसान की नहीं की जाती उसकी विश्वास की भी की जाती है। उसके सोच की भी की जाती उसकी अपने सपने सच चीज की की जाती है। एक सही रिलेशनशिप में अपने पार्टनर को कभी ऐसा भी नहीं करवाना चाहिए कि उसका होना ना होना एक बराबर है। उसकी कोई वैल्यू नहीं है कोई अहमियत नहीं है ।

कभी किसी के रंगों रूप पर कोई भी कमेंट नहीं करना अगर आपका कोई भी पार्टनर खूबसूरत नहीं है तो उसे फिल कराना चाहिए कि वह जैसा भी है ।वह मेरा है और सही रहती है पार्टनर की असली पहचान यही होती है।

सही रिलेशनशिप में अगर लड़ाई झगड़ा हो तो पति पत्नी को बंद कमरे में निपटा लेना  चाहिए ना के बाहर वालों के  सबके सामने अपने पार्टनर को सुना दिया उसकी बेज्जती करी जलील कर दिया है।

एक सही रिश्ते में ताल मेंल होनी चाहिए साझेदारी और सपोर्ट होना जरूरी  है।

हर एक चीज में अगर आपके पार्टनर कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं। या अपने सपनों को पूरा करना चाहते हो तो आप उनके उनको सपोर्ट करें ।उनके काम की इज्जत की रखो  इनके परफॉर्मेंस के लिए खराब में जाया की डीपी नहीं कराया जाता है।

रिलेशनशिप एक रिश्ता विश्वास के चलते हैं। वह किसी के बहकावे में नहीं सामने वाले को तोड़ने देना चाहिए। हमारे रिश्ते की डोर मजबूत होनी चाहिए। और हां और मजबूत होने का मतलब यह नहीं होता यह नहीं होता कि आप कुछ भी करो वह कुछ भी करें ऐसा नहीं है बड़ी से बड़ी गलती भी माफ कर दी जाएगी हमें सिर्फ अपने रिश्ते में विश्वास रखना जरूरी है

एक सही रिश्ते में वक्त देना होता है। नहीं मिले तो निकालना होता है मुश्किल से मुश्किल घड़ी में भी 24 घंटे में 10 मिनट के लिए हमें समय निकालना ही चाहिए।

क्योंकि जब दूरियां होने लगे तो रिश्ते मजबूत नहीं रह पाते और दूसरी और सबके मन में हजारों बातें चलने लगती है। अजीब और गरीब ख्याल आने लगते हैं।।

एक सही पार्टनर में आपको आपकी गलती और गलत सोच पर जरूर रोकेगा, टोकेगा और आपको समझाएगा सही राह दिखाएगा हमें कोई फर्क नहीं होता है। क्योंकि सही पाटनर की ड्यूटी होती है। हमें गलत डायरेक्शन में जाने से रोकना।

एक ऐसे ही रिश्ते में बहुत मुश्किल वक्त भी आता है चाहे अपनी वजह से चाहे किसी दूसरे की वजह से ऐसे वक्त मैं एक दूसरे पार्टनर की पहचान होती है रिश्ते में शुरुआत में तो बहुत खूबसूरत होता है। लेकिन अक्सर बाद में खराब लोगों की नियत बदलने लगते हैं ।सोच बदलने लगते हैं और रिश्ते किसी और की तरफ अपना रास्ता मोड़ ले लेते हैं। क्या वह कि कई बार कोशिशों के बाद वो ठीक हो जाते हैं। तो कई बार वह रिलेशनशिप खराब हो जाते हैं इतने खराब हो जाते हैं।

तो ध्यान रखें कि जब रिश्तो में कुछ नहीं बचता आपकी जिंदगी में जब चीजें बर्दाश्त से बाहर हो जाती हैं !घुटन होने लगती है तो उन्हें संग लेकर नहीं चलना चाहिए एक हद तक दोनों को कोशिश करते रहना चाहिए। अपने रिश्ते को बचाने के लिए अच्छा कुछ ना हो तो हमें अपने हिसाब से वह फैसला लेना चाहिए जोकि पूरे परिवार के लिए हित में है। यही होता है सही रिश्ते की साझेदारी और समझदारी।

यह सब पास में रिश्तो पर अब हम अपने मां-बाप की रिश्ते पर बात करते हैं ।मां बाप दुनिया का वहां अनमोल हीरा है। जिसके रहने से दुनिया की हर खुशी हम पा सकते हैं। और हम कुछ भी करने से पहले उनकी राय लेते हैं। तो वह सही ही बताते हैं।

बच्चों को भी चाहिए मां बाप की सेवा करना आज के समय में बच्चे मां बाप की सेवा नहीं कर पा रहे हैं। कि कितना शेड्यूल हो गया है कि वह टाइम ही नहीं दे पाते हैं! तो दिल से हमें एक बार 24 घंटे में एक बार मां बाप से हालचाल पूछे वही उनके लिए सबसे बड़ा दिन होगा सबसे बड़ा समय होगा कि आज मेरे बच्चे ने मुझसे मेरा हाल चाल पूछा कुछ नहीं करना सिर्फ 24 घंटे में एक बार अपने मां-बाप का हाल पूछ लेना उनका दिन बहुत अच्छा जाएगा। और आपका भी दिन भर दिल से खुश होंगी कि हां मैं कुछ ना कर पाए तो क्या हुआ मेरे मां-बाप तो खुश हैं।

अच्छा एक चीज बताइए आप जानते दिल और दिमाग में क्या अंतर है हम लोग कैसे प्यार करते हैं। दिल से कि  दिमाग से_

जब एक बच्चा जन्म लेता है।तो क्या उस मां को पता होता है कि यह बच्चा उसका है।नर्स जब मां बच्चा अपना पाती है तो उसको सीने से लगाकर हाय मेरा बच्चा उसकी आंखों से आंसू बह रहे होते हैं वह उसे दिल से जानती कि मेरा ही बच्चा है। क्योंकि उसका कलेक्शन दिल से होता है।

पति पत्नी के रिश्ते में समझदारी के साथ साथ प्यार होता है। और हमें यह भी समझना पड़ता है।कि हमारे पति को क्या चाहिए क्या चाहते हैं हमारी पत्नी को क्या चाहिए वह क्या चाहती है। तो हमें बैलेंस बना कर चलना चाहिए ना कि हम सिर्फ एक है तुम्हें यह करना होगा ठीक है। वह करेगी वह मन से कुछ ना करेंगे इसीलिए कोई भी काम करना हो तो आपस में हस्बैंड वाइफ बातचीत करके काम करें ऐसे आप पूछें कि यह वर्क मैं करने जा रहा हूं क्या यह सही रहेगा यह मैंने डिसीजन लिया है यह मैंने निश्चय किया है यह मेरे लिए परिवार के लिए सही है। मैं मां-बाप के लिए यह करना चाहता हूं भाई बहन के लिए करना चाहता हूं अपने परिवार के लिए करना चाहिए कोई भी लड़की मना ही नहीं कर सकती है। क्योंकि आप उससे पूछ रहे हो राय ले रहे हो ना कि अपना हुकुम बता रहे हो कि तुम्हें यह करना ही पड़ेगा वह प्यार से बहुत प्यार से कह दी हां यह सही है।

हमें सभी रिश्तो को एक डोर में पिरो  के रखना चाहिए। और यह डोर सिर्फ पाटनर ही बना सकता है। एक पार्टनर ही अपने मां-बाप को और सभी रिलेशन को एक साथ संभाल कर ले चल सकता है। इसीलिए पार्टनर में समझदारी साझेदारी होने अत्यधिक जरूरी है।।

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